जहां एक ओर एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने CBSE बोर्ड की 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा की फीस बढ़ा दी है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को दिल्ली सरकार के स्कूलों को छोड़कर, सीबीएसई दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क में दो गुने की वृद्धि की घोषणा कर दी है। परीक्षा शुल्क अब 750रु से बढ़ाकर 1500 रुपए कर दिया गया है।
सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा 2020 की परीक्षा की एग्जाम फीस बढ़ा दी है। दिल्ली के स्कूलों के अलावा, पूरे भारत में सभी स्कूलों के एससी / एसटी उम्मीदवारों सहित सभी श्रेणियों के छात्रों के लिए एग्जामिनेशन फीस 750 रुपये से बढ़ाकर अब 1,500 रुपये कर दी गई है।
दिल्ली सरकार के 1,299 स्कूलों के लिए, दसवीं कक्षा के छात्रों की सभी श्रेणियों के लिए परीक्षा शुल्क 375 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये कर दिया गया है और कक्षा 12 वीं के छात्रों के लिए 600 रुपये से 1,200 रुपये तक बढ़ा दिया गया है। HRD मिनिस्टर ने कहा कि सीबीएसई एक स्ववित्तपोषित और आत्मनिर्भर बोर्ड है और अपने स्वयं के लिए संसाधन जुटाता है। यह अपने खर्चों के लिए भारत के समेकित निधि या किसी अन्य प्राधिकरण से कोई धन नहीं लेता है।
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