aipur : कोरोना (Coronavirus) के चलते इस साल सीबीएसई और आरबीएसई के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है, लेकिन ये प्रमोट फार्मूला सैंकड़ों विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. सीबीएसई की ओर से 12वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए त्रीस्तरीय अंकों का फार्मूला तैयार किया गया, जिसके आधार पर 12वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट (12th CBSE Result) किया गया, लेकिन राजस्थान के करीब 65 हजार से ज्यादा ऐसे विद्यार्थी हैं जिन पर ये फार्मूला भारी पड़ गया है.Jaipur : कोरोना (Coronavirus) के चलते इस साल सीबीएसई और आरबीएसई के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है, लेकिन ये प्रमोट फार्मूला सैंकड़ों विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. सीबीएसई की ओर से 12वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए त्रीस्तरीय अंकों का फार्मूला तैयार किया गया, जिसके आधार पर 12वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट (12th CBSE Result) किया गया, लेकिन राजस्थान के करीब 65 हजार से ज्यादा ऐसे विद्यार्थी हैं जिन पर ये फार्मूला भारी पड़ गया है.
सीबीएसई (CBSE promotion formula) की ओर से 12वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए दो फार्मूले तैयार किए गए पहला वो जिसके तहत विद्यार्थी एक ही स्कूल में अध्ययनरत रहते हुए 12वीं तक पहुंचा तो दूसरा वो जिसके तहत विद्यार्थी ने 12वीं कक्षा में किसी अन्य सीबीएसई स्कूल में प्रवेश लिया. ऐसे में दूसरी स्कूल में नये बैच के रूप में पढ़ने वाले करीब 65 हजार बच्चों पर ये फार्मूला भारी पड़ा है. दूसरे फार्मूले के तहत इन विद्यार्थियों को 48 फीसदी से ज्यादा अंक नहीं दिए गए तो वहीं स्कूल स्तर पर प्राप्त अंकों के बाद इनका परिणाम 65 से 70 फीसदी तक ही पहुंचा है.
सीबीएसई (CBSE Result) की ओर से जारी मुख्य परिणाम में इनका परिणाम जारी ना करते हुए एक सप्ताह बाद बीते दिन मंगलवार को परिणाम जारी किया गया है, जिसके बाद अब बच्चे और अभिभावक दर-दर के चक्कर काट रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि "सीबीएसई की ओर से प्रमोट करने के दो फार्मूले तैयार किए गए. दूसरे फार्मूले के तहत न्यू बैच के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया, जबकि स्कूलों की ओर से उनकी पिछली कक्षाओं के अंकों को ना लेकर सीबीएसई की ओर से जारी फार्मूले के तहत 48 फीसदी अंक ही दिए गए हैं, जिसके चलते इन बच्चों के कुल योग ही 65 से 70 फीसदी रह रहा है,,स्कूलों की गलती की वजह से करीब 65 हजार से ज्यादा बच्चे इससे प्रभावित हुए हैं. इस साल परिणाम 99 फीसदी से ज्यादा रहा है ऐसे में अब इन बच्चों के पास उच्च शिक्षा में प्रवेश के सभी रास्ते बंद हो गए हैं. इसलिए सीबीएसई को फिर से इन बच्चों का परिणाम पहले फार्मूले के आधार पर जारी करके राहत देनी चाहिए."
Reference: https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/jaipur/cbse-promotion-formula-heavy-on-about-65-thousand-students-demand-for-revised-results-started-rising/957508
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